मुश्किल में आजसू के पूर्व विधायक लंबोदर महतो ,आय से अधिक सम्पति मामले में पीआईएल

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राँची उच्च न्यायालय में पूर्व विधायक लंबोदर महतो ख़िलाफ़ आय से अधिक सम्पत्ति को लेकर एक जनहित याचिका दायर की गई है. तथा इनके आय से अधिक सम्पति की जाँच एसीबी और इनकम टैक्स से कराने की मांग की गयी है. याचिका में बताया गया है की पूर्व विधायक ने ज्ञात स्रोतों से काफ़ी अधिक संपत्ति अर्जित की है. इस याचिका में उनके दामाद राजेश कुमार के संपत्ति की भी जाँच की मांग की गयी है.

वर्तमान में राजेश कुमार डिप्टी डायरेक्टर साझा, रांची में पदस्थापित हैं. याचिकाकर्ता के अनुसार राजेश कुमार ने रांची के ऐदलहातू में घर मनाया है जिसकी कीमत 3 करोड़ से ऊपर है. इससे पूर्व कई अंचलों में अंचलाधिकारी के पद पर पदस्थापित रहते हुए अपने ससुर लंबोदर महतो और उनकी पत्नी के साथ मिलकर 100 करोड़ से अधिक संपत्ति अर्जित की है. लंबोदर महतो का तीन तल्ला मकान लोवाडिह, रांची में है, 2 प्लॉट भी लोवाडीह रांची में है, 4 एकड़ जमीन कसमार, बोकारो में है, गोमिया में भी खाता नंबर 223 प्लॉट संख्या 679 है, इसके अलावा खाता नंबर 141, प्लॉट नंबर 1513 रकबा 19 डिसमिल है.इनके और परिवार द्वारा गोपिका फाउंडेशन ट्रस्ट भी चलाया जाता है, इसमें कई बेनामी संपत्तियां हैं.
लंबोदर महतो द्वारा 79 लाख की किताबें विधायक मद से खरीदी गई. इन किताबों की खरीददारी बाजार मूल्य से अत्यधिक मूल्य पर की गई. अपने पसंदीदा प्रकाशक को फायदा पंहुचा कर कमीशन लेने का आरोप लंबोदर महतो पर है .लंबोदर महतो द्वारा चुनावी हलफनामा में कई संपत्तियों का जिक्र नहीं किया गया है साथ ही जिनका वर्णन किया गया है उन्हें बाजार मूल्य से काफ़ी कम दाम में खरीददारी दिखाई गई है. भ्रस्टाचार से जुड़े कई आरोप इस याचिका के माध्यम से याचिकाकर्ता ने लम्बोदर महतो और राजेश कुमार पर लगाया है. इस याचिका में झारखंड सरकार, पुलिस महानिदेशक एसीबी, झारखंड निदेशक इन्वेस्टीगेशन, आयकर विभाग को प्रतिवादी बनाया गया है.
याचिकाकर्ता उपेंद्र कुमार यादव, गढ़वा के निवासी हैं तथा उन्होंने एसीबी से इस मामले की निष्पक्ष जाँच की मांग की है.अब यह देखना होगा कि लम्बोदर महतो के भ्रस्टाचार व आय से अधिक सम्पति मामले की सुनवाई हाई कोर्ट में कब होगी तथा कोर्ट से क्या आदेश पारित होता है.पर वर्तमान में पूर्व विधायक लम्बोदर महतो की मुश्किलें बढ़ती हुई नजर आती है.

संजय कुमार यादव
Author: संजय कुमार यादव

संवाददाता

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