गढ़वा। गढ़वा के भाजपा विधायक सत्येंद्रनाथ तिवारी ने विधानसभा सत्र के दौरान सरकार को उसके वादों की याद दिलाई। उन्होंने सूर्या हांसदा इंकाउंटर की सीबीआई जांच कराने, रिम्स-2 का निर्माण जल्द शुरू करने और कब्जा वाली भूमि को रैयत के नाम पर म्यूटेशन कराने की मांग जोर-शोर से उठाई।
इस दौरान सत्ता पक्ष ने विरोध दर्ज कराया, लेकिन नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी सहित कई विपक्षी विधायकों ने तिवारी की मांगों का समर्थन किया।
विधायक ने कहा कि जिस प्रकार शिबू सोरेन ने तमाम बाधाओं के बावजूद आदिवासी, गरीब और गुरुबों की आवाज बनकर महाजनों के चंगुल से मुक्ति दिलाने की लड़ाई लड़ी थी, उसी प्रकार सूर्या हांसदा भी आदिवासियों की लड़ाई लड़ रहे थे। इसलिए उनकी मौत की सीबीआई जांच जरूरी है।
उन्होंने रिम्स-2 निर्माण का मुद्दा भी जोरदार तरीके से उठाया और कहा कि यह विषय अब चर्चित हो चुका है। आदिवासी इसके लिए जान देने को तैयार हैं, ऐसे में सरकार को सहानुभूतिपूर्वक संज्ञान लेना चाहिए।
सत्येंद्रनाथ तिवारी ने आरोप लगाया कि सरकार आदिवासी, गरीब और किसानों की हितैषी होने का दावा करती है, लेकिन आज पूरे राज्य में उसकी किरकिरी हो रही है। उन्होंने कहा कि सरकार ने जनता से वादा किया था कि गैर मजरूआ खास जमीन का निबंधन होगा, बेचने की स्वीकृति मिलेगी, रसीद कटेगी और भूमि ऑनलाइन होगी। लेकिन सरकार सदन में कुछ और और बाहर कुछ और बोल रही है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सरकार गरीबों की जमीन लूटने का काम कर रही है।

Author: संजय कुमार यादव
संवाददाता